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Bøker av S H Wkrishind

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  • av S H Wkrishind
    235,-

    "काल की घोरी आँखों ने, जब काल की माया को देखा था,पाप की तब एक बूँद के ख़ातिर, उनका तन मन बहका था।।"जब ख़ुशियों की परियों की नज़र किसी पर पड़ती है तो वह इंसान प्रेम और सद्भावना का प्रतीक बनकर इस संसार के सामने उभरता है। जीवन में इंसान नफ़रत तो किसी का बुरा करके भी कमा लेता है लेकिन जब बात आती है किसी के दिल में जगह बनाने की तो वह सदियों मारा-मारा फिरता है, लेकिन उसे प्रेम की एक बूँद तक नसीब नहीं होती।

  • av S H Wkrishind
    248,-

    सदियों पुरानी कहावत है की 'जो जैसा करता है उसे उसका उसी तरह का परिणाम भी मिलता है'। लेकिन कभी-कभी अच्छे लोगों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। वैसे भी ये दुनिया तो सुख और दुःख का संगम है। यहाँ पर हर इंसान को सुख और दुःख दोनों तरह के समुन्दर को पार करना पड़ता है और यही सार्वभौमिक सत्य है।

  • av S H Wkrishind
    248,-

    छात्र जीवन में, माँ-बाप से दूर होने का ग़म तो हर किसी को होता है। लेकिन जब उसी ग़म से भरे जीवन में कुछ कहानियाँ ऐसी मिल जाएँ जो दुखी जीवन में सुख के तड़के का काम करें तो काली बदरी भी अपना रुख़ मोड़ती हुई दिखती है।

  • av S H Wkrishind
    252,-

    नए युग के नए विचार इंसान को कुछ नए एहसास दिलाते हैं। इस कलयुग में अगर किसी चीज़ की कमी है तो वह है, भरोसा। समझ में ही नहीं आता की कौन सही है और कौन ग़लत है। ग़लत निगाह से देखो तो हर कोई ग़लत दिखता है और वहीं दूसरी तरफ़ सही निगाह से देखो तो हर कोई सही लगता है। अब सबसे बड़ी बात तो यह है कि कैसे पहचाने कौन सही है और कौन ग़लत है। इसी होड़ में इंसान कभी किसी से बहस करता है तो कभी किसी पर आँख मूँद कर भरोसा करता है।

  • av S H Wkrishind
    225,-

    जब ख़ुशियों की परियों की नज़र किसी पर पड़ती है तो वह इंसान प्रेम और सद्भावना का प्रतीक बनकर इस संसार के सामने उभरता है। जीवन में इंसान नफ़रत तो किसी का बुरा करके भी कमा लेता है लेकिन जब बात आती है किसी के दिल में जगह बनाने की तो वह सदियों मारा-मारा फिरता है, लेकिन उसे प्रेम की एक बूँद तक नशीब नहीं होती।"जीवन रहस्यों से भरा है, जिसमें मन के रहस्य को समझना सबसे कड़ा है।"

  • - Of Those Days
    av S H Wkrishind
    181,-

    The new ideas of the new era give some new feeling to the human being. If there is something missing in this Kali-yuga, it is trust. Do not understand who is right and who is wrong. If you look from the wrong side, everyone looks wrong and on the other hand, if you look at the right side, everyone looks right. Now the biggest thing is how to identify who is right and who is wrong. In this competition, a person sometimes argues with someone and sometimes trusts someone blindly.

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